योगी की अपने मंत्रियों को नसीहत, अपने स्टॉफ पर आँख मुंदकर भरोसा..


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्सर अपने बेबाक वक्तवय के लिए जाने जाते हैं उस समय समय पर अधिकारियों की ही नहीं अपने मंत्रियों की भी क्लास लेते नजर आते हैं ऐसा ही वाक्य फिर से देखने को मिला योगी ने मंत्रियों की मीटिंग ली और उनसे स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह अपने स्टाफ पर आंख मूंदकर भरोसा ना करें उनकी प्रत्येक गतिविधियों पर नजर रखें किसी भी फाइल को बिना पढ़े साइन ना करें।
तबादला प्रकरण में अब तक 6 अधिकारियों पर गिरी गाज
आपको बता दें कि पीडब्ल्यूडी तबादला प्रकरण में मुख्यमंत्री का धंधा चल रहा है वाला प्रकरण में अब तक लगभग 6 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है जिनमें मुख्य रुप से प्रधान सहायक संजय चौरसिया और और पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर जितिन प्रसाद के ओएसडी पर भी कार्यवाही की गई है साथ ही साथ अपने मंत्रियों को संदेश दिया है कि किसी भी किस्म के भ्रष्टाचार को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा
PWD मिनिस्टर के ओएसडी को हटाया गया
दरअसल, लोक निर्माण विभाग में ट्रांसफर में गड़बड़ी सामने आई तो सीएम योगी ने मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय को हटा दिया. इसके साथ ही ये संदेश भी दे दिया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी में कहीं से कोई बदलाव नहीं हुआ है.
इतना ही नहीं यूपी के PWD विभाग में एक के बाद एक कर 5 तबादले किए गए हैं. इनसभी कार्रवाई के पीछ खुद सीएम योगी की कार्यशैली है. खुद प्रधामंत्री तक योगी आदित्यनाथ से कामकाज की तारीफ कर चुके हैं
कैबिनेट मंत्री अपने राज्य मंत्रियों के साथ समन्वय रखें -योगी
योगी ने अपने मंत्रियों से कहा कि 'वो अपने दफ्तर और निजी स्टाफ पर आंख मूंद कर भरोसा न करें. अपने दफ्तर और घर के स्टाफ पर नजर रखें. मंत्री ध्यान रखें कि उनका स्टाफ क्या कर रहा है. मंत्री ईमानदारी और पारदर्शिता से काम करें. भ्रष्टाचार और अनियमितता की एक भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.'
उन्होंने ये भी कहा कि 'फाइलों पर जल्दबाजी में दस्तखत न करें. कोई भी फैसला मेरिट के आधार पर ही करें. कैबिनेट मंत्री अपने राज्य मंत्रियों के साथ समन्वय रखें और विभागीय कामकाज में उनका भी सहयोग लें और बैठकों में शामिल भी करें.