बिहार चुनाव के दौरान लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए से अलग हो गए थे। वहीं चिराग पासवान ने जेडीयू को हराने का कोई कसर नहीं छोड़ा। इतना ही नहीं लोजपा में बीजेपी के कई नेता छोड़ कर चले गए और चिराग ने उन नेताओं को टिकट दे कर अपने पार्टी में शामिल कर लिया। दरअसल जेडीयू ने साफ कह दिया था कि लोजपा अब एनडीए का हिस्सा नहीं है। इसी बीच केंद्रीय बजट को लेकर एनडीए की बैठक आयोजित की गई है। बैठक में लोजपा को भी आमंत्रित किया गया है। लेकिन एक खबर है कि एनडीए की मीटिंग में अब चिराग पासवान शामिल नहीं होंगे। वहीं अगर ऐन वक्त पर चिराग के मीटिंग में शामिल नहीं होने की खबर आई है तो इसके पीछे भी एक वजह है जो कि जेडीयू का बीजेपी पर दबाव है।

दरअसल दिल्ली से लेकर पटना तक की राजनीतिक गलियारों में बीजेपी और लोजपा के संबंध को लेकर अक्सर चर्चा हो रही है।लोग इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि एनडीए में अब एलजेपी का वजूद क्या है। जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं ने साफ-साफ कह दिया है कि अब लोजपा को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। यानी सीएम नीतीश ने बीजेपी नेतृत्व को स्पष्ट कर दिया है कि अगर लोजपा को एनडीए में दोबारा लिया गया तो अच्छा नहीं होगा।

आपको बता दे कि केंद्रीय बजट को लेकर होने वाली एनडीए की बैठक में लोजपा के प्रमुख चिराग पासवान को शामिल होने का इनविटेशन दिया गया था, लेकिन वो इस मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। लेकिन लोजपा के प्रमुख चिराग पासवान की तबियत अभी खराब चल रही है। हालांकि वो कोविड-19 चेकअप भी करवाया है उन्हें रिपोर्ट का इंतजार है।