जन अधिकार पार्टी के मुखिया और पूर्व सांसद पप्पू यादव को गिरफ्तारी के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
जाप सुप्रीमो की गिरफ्तारी पर राजद ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है जिसमें उन्होंने कई प्रमुख बिंदुओं को उठाया है.
प्रमुख बिंदु –
-राजद ने कहा है कि जिस 32 साल पुराने केस में पप्पू यादव की गिरफ़्तारी हुई है वो इतने वर्षों से इस केस में फ़रार थे। राष्ट्रीय जनता दल ने विगत विधानसभा चुनाव में RTI के ज़रिए बिहार सरकार से पूछा था क्या पप्पू यादव अपहरण कांड संख्या GR-68/89 में जमानत पर है या फ़रार? तब नीतीश सरकार ने बाक़ायदा लिखित में उत्तर दिया था कि पप्पू यादव ज़मानत पर नहीं बल्कि फ़रार है।
-राजद ने CM नीतीश कुमार पर यह आरोप लगाया है कि नीतीश सरकार ने फ़रार मुजरिम को गिरफ़्तार करने की बजाय पूरे बिहार में हेलिकॉप्टर से घूमने की इजाज़त दी। क्योंकि वो बीजेपी-जेडीयू के समर्थन और प्रायोजन से महागठबंधन के वोटों में बिखराव के लिए उनका उपयोग कर रहे थे।
-राजद ने कहा है कि पप्पू यादव ने इसी फ़रारी के चलते सरकार के कहे अनुसार अस्पताल से नामांकन किया लेकिन मधेपुरा सहित संपूर्ण बिहार में चुनाव के दौरान प्रचार किया और मुख्यमंत्री ने उनकी कोई गिरफ़्तारी नहीं होने दी।
-राजद का यह आरोप है कि सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने, मरते लोगों, जलते शवों और नदियों में बहती लाशों से ध्यान हटाने के लिए प्रायोजित नाटक का प्रपंच रच रही है।
-राजद का कहना है कि नीतीश कुमार ने पप्पू यादव को कैसे बचाया और कैसे फँसाया यह बात तो उनके तीन गठबंधन सहयोगी, कैबिनेट के साथी, उनके दल के नेता ही बता रहे रहे है।नीतीश कुमार पूरी तरह Expose हो चुके है। बिहार की जनता इस निकम्मी सरकार के सारे नाटक और प्रपंच को देख रही है।
-राजद ने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि बिहार सरकार की नाकामी को देखते हुए आदरणीय लालू प्रसाद जी ने सभी कार्यकर्ताओं से जनसेवा में जुटने की मार्मिक अपील की इससे नीतीश सरकार के हाथ-पाँव फ़ुल गए और इन्होंने अपने अघोषित सहयोगियों के माध्यम से ज्वलंत समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए अपना प्यादा आगे कर दिया।