बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद ये बातें कही गई थी कि मतगणना के दौरान धाधली की गई। दरअसल विपक्ष की ओर से ये आरोप लगाया गया था कि चुनाव के परिणाम में गड़बड़ी हुई है। नेता प्रतिपक्ष तेजश्वी यादव को पूरी उम्मीद थी की इस बार के विधानसभा चुनाव में महागात्बंधन की ही सरकार बनेगी । लेकिन जो विधानसभा चुनाव के नतीजे आये वो बिलकुल विपरीत आए। जिसके बाद विरोधी दल द्वारा ये आरोप लगाया गया की विधानसभा चुनाव के परिणाम में धाधली की गयी है। तो वहीँ अब निर्वाचन आयोग ने इन सारे आरोपों को खरीज कर दिया है और साथ ही कहा है कि मतगणना के दौरान कोई भी गलती नहीं हुई थी और जो वोटिंग वो बिलकुल सही हुई थी।
आयोग ने कहा है कि वोट डालने के बाद निकली पर्ची (वीवीपैट) की जांच में पाया गया कि किसी तरह की कोई गड़बड़ी या धांधली नहीं हुई है। दरअसल, नतीजे आने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के कई नेताओं एवं प्रत्याशियों ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था, जिसके बाद आयोग ने अलग से टीम भेजकर शिकायतों की जांच कराई।
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अनुसार दर्ज आपत्तियों से चुनाव आयोग को अवगत कराया गया था। हालांकि आयोग ने मतगणना के अगले ही दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोपों को खारिज कर दिया था। उसके बाद भी एक अलग टीम बनाकर आयोग ने वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) की 1215 पर्चियों की जांच कराई। आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त पर्चियों को इवीएम से मिलाने के लिए अटकल (रेंडमली) के आधार पर चुना गया था। इसके बाद उन्हें इवीएम से मिलाया गया तो पूरी तरह सही पाया गया। मतलब कि सारी पर्चियां इवीएम से पूरी तरह मिल रही थीं। आयोग की जांच रिपोर्ट से आपत्ति दर्ज कराने वालों को अवगत भी करा दिया गया है।