इस समय राजधानी पटना से सटे पुनपुन प्रखंड से अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है। पुनपुन प्रखंड के बेल्दारीचक उत्क्रमित मध्य विद्यालय वैक्सीनेशन सेंटर पर एक बुजुर्ग महिला ने थोड़ी देर के अंतर पर दोनों वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशील्ड के डोज ले लिए। बाद में जब उसके परिजनों को यह खबर मिली, तो वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचकर जमकर हंगामा शुरू कर दिया। बाद में मौके पर मुखिया पति व गांव के लोगों ने वहां पहुंचकर मामले को शांत कराया। ऐसे उस बुजुर्ग महिला की तबीयत फिलहाल ठीक है। इसकी पुष्टि चिकित्सा पदाधिकारी ने भी की है। वहीं वैक्सीनेशन सेंटर पर तैनात एएनएम चंचला कुमारी व सुनीता कुमारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। चिकित्सा कर्मियों को थोड़ी देर के अंतराल पर वैक्सीन का दो-दो डोज लेने की बात पता चली, तो वह भी सन्न रह गए।
इस संबंध में चिकित्सा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि बेल्दारीचक उत्क्रमित मध्य विद्यालय वैक्सीनेशन सेंटर पर एक ही कमरे में 18 से ऊपर और 45 से ऊपर उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जा रही थी। कोविशील्ड व कोवैक्सीन के लिए अलग-अलग लाइन लगी थी। अवधपुर के रहनेवाले रवींद्र महतो की पत्नी सुनीला देवी को कोवैक्सीन का डोज देकर आधा घंटा के के लिए बैठने के लिए कहा गया। सुनीला देवी कुछ देर वहां बैठने के बाद दूसरी लाइन में लग गई और वहां भी उसने कोविशील्ड का भी डोज ले लिया।
इस संबंध में महिला ने बताया कि दोनों लाइन में लोग वैक्सीन लगवा रहे थे। मुझे लगा कि दूसरी लाइन में लगना है, तो वहां भी लगकर वैक्सीन ले ली। पटना एम्स के नोडल कोरोना ऑफिसर डॉ संजीव कुमार ने बताया कि अगर एक ही दिन में वैक्सीन के दो डोज दे दिये गये हैं तो ऐसी स्थिति में उसका शारीरिक रिएक्शन क्या है, उसे देख इलाज किया जा सकता है। अगर कोई रिएक्शन नहीं हुआ है, तो 14 दिन बाद एंटीबॉडी टेस्ट किया जाना जरूरी है।