Russia Ukraine War : घर में नहीं दाने, फिर भी चले लडाने, यूक्रेन की मदद करते- करते NATO देश हुए कंगाल


दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच बमबारी तेज हो गई है। एक ओर रूस वर्चस्व की लडाई में उतरा है तो वहीं, यूक्रेन अस्तित्व बचाने की जंग लड रहा है। रूसी सैनिक यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में बमबारी कर रहे हैं। एयर स्ट्राइक से हमला बोल रहा है।
नाटो की हालत खस्ता
कहा जा रहा है संकट के समय नाटो देशों ने यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कम या बंद कर दी है। एपी की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई करते-करते नाटो देश खुद कंगाल हो गए हैं। यही नहीं, रूस से हमले का डर सता रहा है। हालांकि, अमेरिका ने भी यूक्रेन को मदद नहीं रोकी है।
यूक्रेन से मदद का हाथ खींचा
एक्सपर्ट के मुताबिक अधिकतर नाटो देशों ने यूक्रेन से मदद का हाथ खींच लिया है। यह पुतिन के लिए अच्छा संकेत है। मनोवैज्ञानिक तौर पर रूस की जीत है। रूस दुनिया की महाशक्ति है। परमाणु हथियारों से लेकर कई घातक हथियारों का जखीरा रखे हुए है।
कंगाल हो रहे नाटो देश
एपी की रिपोर्ट है कि कई यूरोपीय देश यूक्रेन को मदद करके खुद कंगाल हो गए हैं। कई नाटो देश इस वक्त हथियारों की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में अब उन्हें खुद की सुरक्षा का खतरा सता रहा है। रिपोर्ट कहती है कि हथियारों का तुरंत निर्माण कई नाटो देशों के लिए मुश्किल है। दुनिया इस वक्त आर्थिक मंदी झेल रही है। ऐसे में कई छोटे नाटो देशों के पास तुरंत घातक हथियार आयात करना या तैयार करना लगभग असंभव है। क्या वे अपने हथियारों की सप्लाई यूक्रेन को मदद के लिए आगे भी जारी रखेंगे या फिर रूस के संभावित हमले से खुद को बचाएंगे?

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