उत्तर प्रदेश (UP) की राजनीति की दहक बिहार में भी महसूस की जा रही है। खास तौर पर JDU इस राजनीति के घेरे में है। JDU वहां BJP के साथ चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन भाव नहीं मिला। RCP सिंह इस गठबंधन को कराने में लगे रहे, लेकिन वो सफल नहीं हो पाए। अब बात यह आ रही है कि RCP सिंह ने JDU को ‘अंधेरे’ में रखा था। ये हम नहीं कह रहे है यह JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है।
ललन सिंह ने इशारों-इशारों में कहा, ‘हमने विश्वास RCP सिंह पर किया था, लेकिन हम अंधेरे में रह गए। उनको हमने अधिकृत किया था कि आप BJP से बात करेंगे और उन्होंने हम लोगों को विश्वास दिलाया था कि हमारी बात हो रही है। हम लोग पूरी तरह से आश्वस्त थे कि UP के अंदर गठबंधन बनेगा। फिर कुछ दिनों के बाद RCP सिंह ने कहा कि BJP ने सूची मांगी है। हम लोगों ने 30 विधानसभा की सूची उन्हें दे दी, उन्होंने धर्मेंद्र प्रधान को यह सूची सौंप दी। यह एक डेढ़ महीना पहले की बात है, लेकिन इसके बाद कोई निष्कर्ष नहीं आया। कोई सकारात्मक बात नहीं हुई। इसके बाद कई दौर की बात हुई, RCP सिंह ने कहा कि बात हो रही है, लेकिन समय निकलता गया।’
ललन सिंह ने कहा, ‘एक दिन BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिल्ली में यह कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारा जो गठबंधन है वह अपना दल और निषाद पार्टी से है। यह बहुत चौंकाने वाली बात थी। हम लोगों ने RCP सिंह से फिर बात की, फिर उन्होंने कहा कि नहीं ऐसी बात नहीं है। गठबंधन हो जाएगा। फिर हम लोगों ने कहा कि ठीक है गठबंधन होगा, लेकिन BJP की तरफ से अधिकृत रूप से यह बयान आना चाहिए कि JDU से बातचीत चल रही है और हमारा गठबंधन हो सकता है। उन्होंने फिर आश्वासन दिलाया कि हां यह बात करा देते हैं। यह होना चाहिए, लेकिन 2 दिनों तक कुछ नहीं हुआ। हमारे लिए मुश्किल का दौर था। नॉमिनेशन होने वाले हैं। हम लोगों ने कहा कि अब और इंतजार नहीं कर सकते हैं।’
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ‘हम लोगों ने 26 विधानसभा की सूची जारी कर दी है। उम्मीदवारों की सूची हम लोगों ने इसलिए जारी नहीं की, क्योंकि कई दावेदार थे। UP के JDU प्रदेश अध्यक्ष को अधिकृत किया गया है कि जो सक्षम उम्मीदवार हैं उनके नाम की घोषणा कर देंगे। इसके अलावा भी कई सीटें हैं जहां UP के अंदर हम चुनाव लड़ने वाले हैं। BJP की तरफ से कोई सकारात्मक बात नहीं हुई है। अब उसकी उम्मीद करना बेकार है। जो सशक्त उम्मीदवार हैं और जो उम्मीदवारी चाहते हैं उनमें से हम चयन करके उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर देंगे।’
JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ‘हम BJP से अलग हटके कई राज्यों में चुनाव लड़ चुके हैं। वह हमें भाव दे या ना दे, हम अपने क्षेत्र का विस्तार करेंगे। हम चुनाव लड़ना चाहते थे। RCP सिंह ने कहा था कि बातचीत हो रही है। इसलिए हम लोग थोड़ा इंतजार कर लिए। हम लोग अरुणाचल प्रदेश में भी चुनाव लड़े, जिसमें 7 सीट जीते थे। बाद में 6 विधायकों को BJP में मिला लिया गया। यह गठबंधन धर्म के खिलाफ है। जब NDA में थे तो यह काम नहीं करना चाहिए था।’
ललन से जब सवाल किया गया कि क्या RCP सिंह की वजह से UP में नुकसान हुआ है, तो उन्होंने कहा कि हम किसी को दोष नहीं दे रहे हैं। BJP ने उन्हें भरोसा दिया था और कितना ईमानदारी से भरोसा दिया था यह वह कह सकते हैं। इसका बेहतर उत्तर वही दे सकते हैं। उनको क्या ऑफर मिल रहा था और कितनी ईमानदारी से लोग ऑफर दे रहे थे, इसका उपयुक्त जवाब वही दे सकते हैं।