एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए पीएम ने रोक दिया काफिला, कांगड़ा से सामने आया वीडियों


कांगड़ा । कांगड़ा से जब पीएम का काफिला आ रहा था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात का ध्यान रखते हैं कि उनके दौरे की वजह से किसी को परेशानी न उठानी पड़े। उन्होंने अधिकारियों को भी इसका ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं।इसकी ताजा मिसाल आज हिमाचल प्रदेश में देखने को मिली जहां एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए उन्होंने अपना काफिला रुकवा दिया।
चुनाव प्रचार के लिए लगातार कर रहे हैं रैलियां पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश चुनाव के प्रचार के लिए लगातार रैलियां कर रहे हैं. आज उनके देवभूमि हिमाचल में कई कार्यक्रम हैं। इस बीच एक चुनावी रैली से पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला कुछ देर के लिए रुक गया। ये घटनाक्रम कांगड़ा में देखने को मिला, जहां पर एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए पीएम मोदी ने खुद अपना काफिल रुकवा दिया।
एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए प्रधानमंत्री का काफिला रूका
हिमाचल प्रदेश में आज हमीरपुर की रैली से पहले पीएम मोदी ने सभास्थल पर जाते समय लोग उस समय हैरान रह गए जब प्रधानमंत्री मोदी का काफिला अचानक रुक गया।इस हिमाचल यात्रा के दौरान पीएम मोदी का मानवीय रूप एक बार फिर देखने को मिला।
वो कहते हैं ना कि इंसानियत से बढ़कर कुछ नहीं। ये बात ये दृश्य समझाता है।
— BJP Himachal Pradesh (@BJP4Himachal) November 9, 2022
चम्बी, काँगड़ा में प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने अपने क़ाफ़िले को रोककर पहले एम्बुलेंस को जाने का रास्ता दिया। pic.twitter.com/xZ8hB84vDE
पहले भी हो चुका है ऐसा
आपको बताते चलें कि यह कोई पहला मौका नहीं था जब पीएम ने किसी एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए अपना काफिला रुकवाया हो।पिछले महीने भी एक ऐसा घटनाक्रम सामने आया था। तब पीएम मोदी गुजरात दौरे पर थे।उस दौरान भी उन्होंने एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए ऐसा ही आदेश दिया था। तब बीजेपी की गुजरात इकाई ने एक बयान में कहा, ‘अहमदाबाद से गांधीनगर जाते वक्त एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का काफिला रुक गया।
कांगड़ा में पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला
हमीरपुर से पहले कांगड़ा के चंबी में चुनावी जनसभा को को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा, 'कांग्रेस अब जहां से भी जाती है, वहां फिर नहीं लौटती है।उन्होंने ये भी कहा कि कांगड़ा की धरती शक्तिपीठों की धरती है।भारत की आस्था और अध्यात्म का एक तीर्थ है। बैजनाथ से लेकर काठगढ़ तक, इस भूमि में बाबा भोले की असीम कृपा हम सभी पर हमेशा बनी रहती है। हिमचाल के पास मजबूत सरकार होगी और डबल इंजन की ताकत होगी, तो चुनौतियों को भी दूर करेगा और नई ऊंचाई भी उतनी ही तेजी से प्राप्त करेगा।
