बिहार में सरकार को गठित हुए 84 दिन बीत चुके हैं। अगर हम बात करें मंत्रीमंडल विस्तार की तो इसको लेकर चर्चाएं काफी तेज हो गई थी और लगातार विपक्ष की ओर से भी मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर नीतीश सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे थे और बिहार में भी लोग कयास लगा रहे थे कि आखिर कब मंत्रीमंडल का विस्तार किया जाएगा। आपको बता दें, सभी कयासों पर मुख्यमंत्री की तरफ से पूर्णविराम लगा दिया गया है, वो इसलिए क्योंकि आज यानी 9 फरवरी को मंत्रीमंडल का विस्तार हो रहा है। दरअसल, पटना के राजभवन में सभी मंत्री शपथ ग्रहण की प्रक्रिया कर रहे हैं।
नीतीश कुमार की मंत्रीमंडल की सबसे खास बात है कि इस बार सिर्फ बीजेपी और जेडीयू को ही जगह मिल रही है। क्योंकि दो अन्य दल यानी वीआईपी और हम के किसी भी एमएलए या एमएलसी को नीतीश कैबिनट में जगह नहीं मिल रही है। दरअसल, जब से नीतीश कैबिनट की बात चल रही थी, तभी से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ और मुकेश सहनी की ‘विकासशील इंसान पार्टी’ मंत्री पद को लेकर आशान्वित थे।लेकिन दोनों में से किसी दल के चेहरे को नीतीश कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। दोनों ही नेताओं ने नीतीश कैबिनेट में एक-एक मंत्री पद की इच्छा जाहिर की थी।
‘हम पार्टी’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जीतन राम मांझी ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर हमारी पार्टी के प्रत्याशी सभी 7 सीटों पर जीते होते तो आज सत्ता की चाबी हमारे पास रहती। मांझी ने पटना में कहा था कि हम नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हमें सीएम बनाया। इसका फायदा गरीब को मिला है, लेकिन लगे हाथों मांझी ने ये भी कहा था कि हम नीतीश सरकार पर दबाव डालेंगे कि एक MLC और एक और मंत्री पद हमारी पार्टी को मिले।