Gujrat Election 2022 : BJP 150 से ज्यादा सीटें जीतेगी, Congress खो चुकी है जमीन-अल्पेश ठाकोर


अहमदाबाद । ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर, जो अब Congress छोड़कर BJP के उम्मीदवार हैं, उन्होने विश्वास जताया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) चुनाव में 150 से अधिक सीटें जीतेगी। बीजेपी ने Gujrat Election 2022 में ठाकोर को गांधीनगर दक्षिण सीट से उतारा है।
कांग्रेस पास जनाधार नही - अल्पेश
उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस को भी निशाने पर लिया और कहा कि राज्य में कांग्रेस का जनाधार खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के किसी भी नेता के पास जनाधार नहीं है। अल्पेश ठाकोर 2019 से पहले कांग्रेस में थे। वह 2017 के चुनावों के दौरान गुजरात में भाजपा विरोधी आंदोलन के चेहरों में से एक थे। 2017 में, उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी ।
भाजपा ने प्रत्याशी बनाया
अल्पेश ठाकोर के गांधीनगर दक्षिण से भाजपा उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने की संभावना है। भाजपा ने 14 नवंबर को उम्मीदवारों की चौथी सूची में उनके नाम की घोषणा की थी । ठाकोर ने कहा, "Gujrat Election हमारे लिए कोई चुनौती नहीं है। कमल यहां पहले भी में जीता है और भविष्य में जीतेगा। भाजपा 150 से अधिक सीटें जीतेगी और यहां सरकार बनाएगी। हम गांधीनगर और अहमदाबाद में भी जीतेंगे"।
कांग्रेस के खत्म होने से आप की चर्चा- अल्पेश ठाकोर
अल्पेश ठाकोर कहा, आम आदमी पार्टी की चर्चा इसीलिए हो रही है। क्यौकि कांग्रेस काम नहीं कर रही है, उन्हें खत्म कर दिया गया है। उनके पास जनाधार नहीं है। अपनी जीत को लेकर आश्वस्त ठाकोर ने कहा कि उनके सामने यहां कोई राजनीतिक चुनौती नहीं है. "मैंने यहां के लोगों का दिल जीत लिया है। भाजपा कार्यकर्ताओं को मुझ पर पूरा भरोसा है। मुझे यहां कोई चुनौती नहीं है। उन्होंने कहा, "मैंने बुनियादी ढांचे, स्टार्टअप और अन्य के क्षेत्र में बहुत सी चीजों के बारे में सोचा है। एक बार फिर से जीतने के बाद, हम काम जारी रखेंगे।
OBC समुदाय का रखा जायेगा ख्याल
ओबीसी चेहरे के रूप में देखे जाने पर भाजपा नेता अल्पेश ठाकोर ने कहा कि वह ओबीसी समुदाय के अधिकारों को बरकरार रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे उन्होंने कहा, "ओबीसी के लिए जो नीतियां हैं, मैं उन्हें लागू करने की कोशिश करूंगा। मैं गुजरातियों के कल्याण की बात करता हूं। मेरा प्रयास यह सुनिश्चित करना होगा कि ओबीसी समुदाय के अधिकारों का ख्याल रखा जाए।"
