पूर्व कोग्रेंसी नेता गुलाम नबी आजाद ने मीडिया को बताया -कि जब नरेन्द्र मोदी ने मुझे फोन किया ,पर में बात न कर सका....


दिल्ली : गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को अपनी पुरानी पार्टी कोग्रेंस से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद आज दिल्ली में पत्रकारो से बात करते हुए प्रधानमन्त्री की खुब जमकर तारीफ ।
दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए, आजाद ने एक बस त्रासदी को याद किया और कहा कि उस वक्त मे जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री था और उस बस दुर्घटना में कई लोग मारे गए थे।
उन्होने बताया कि जब में जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंन्त्री था तब जम्मू-कश्मीर में गुजरात टूरिस्ट की एक बस के अंदर ग्रेनेड फटने से कई लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी थी ।
प्रधानमंत्री मोदी उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्होंने मुझे फोन किया था ताकि मैं उन्हें घटना से अवगत करा सकूं। मैंने अपने कर्मचारियों से कहा कि उन्हें बताएं कि मैं इस समय नहीं बोल पाऊंगा क्योंकि मुझे घायलों और मृतकों का संज्ञान लेना था ।
आजाद ने आगे कहा कि मुझे लगता था कि पीएम मोदी थोडे अशिष्ट व्यक्ति हैं लेकिन उन्होंने मानवता दिखाई। इससे पहले आज गुलाम नबी आजाद ने यह भी कहा कि उन्हें अपनी पुरानी पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था। मुझे अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है।
पीएम मोदी ने पिछले साल राज्यसभा में सच्चे दोस्त गुलाम नबी आजाद के लिए भावुकता का निर्माण किया। और कहा था कि मेरे दरवाजे आपके लिए हमेशा खुले हैं।
गुलाम नबी आजाद के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने कहा कि उनका 'विश्वासघात' तो उनका असली चरित्र है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जय राम रमेश ने भी आजाद पर कटाक्ष किया, और उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद यानी कि जीएनए का डीएनए मोदी से भरा हुआ है।
