बिहार के गया में एक दलित नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने की एफआईआर दर्ज कराई गई है. हैरानी की बात आरोपी कोई और नहीं बल्कि डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) है. नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले में गया के तत्कालीन डीएसपी मुख्यालय कमलाकांत प्रसाद के विरुद्ध तीन साल बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है. मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित युवती का बयान मंगलवार को अदालत में कराया गया है. बताया जाता है कि पीड़िता ने अदालत के समक्ष आरोप की पुष्टि की है.बताया जा रहा है कि पीड़िता घटना के वक़्त नाबालिग थी. पॉक्सो के विशेष लोक अभियोजक कैसर सरफुद्दीन ने बताया कि उनके विरूद्ध 2017 में दशहरा के समय इमामगंज थाना क्षेत्र के एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का आरोप है. इस मामले को लेकर मंगलवार को पॉक्सो के विशेष जज नीरज कुमार के निर्देश पर पीड़िता का बयान दर्ज किया गया.
पीड़ित ने डर से छिपाई रेप की बात
न्यायिक दंडाधिकारी स्वाति सिंह के न्यायालय में पुलिस ने पीड़िता को प्रस्तुत किया जहां उसका बयान दर्ज किया गया. घटना के समय वह पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय गया में कार्यरत थे, और उनको मानव तस्करी के रोकने का जिम्मा भी दिया गया था. पीड़िता उनके द्वारा डराने धमकाने एवं लोकलाज को लेकर घटना के संबंध में परिवार को नहीं बताई थी.गया महिला थाना में केस दर्ज