इस समय राजनीतिक गलियारे से बड़ी खबर सामने आ रही है। पार्टी की कमान हाथ निकलते ही चिराग पासवान ने अंतिम दांव चला, लेकिन वह भी काम नहीं आया। खबर है कि मां को लोजपा का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव लेकर चाचा पशुपति कुमार पारस से मिलने के लिए उनके आवास पर गए, लेकिन उनके चाचा मिले तक नहीं। सांसदों का चिराग पासवान पर मनमानी करने का आरोप लगाया गया है। कहा जा रहा है कि वह किसी फैसले से पूर्व पार्टी के नेताओं से विचार-विमर्श भी नहीं करते थे। इसको लेकर पार्टी में जबर्दस्त मनमुटाव चल रहा था।
पार्टी के 6 में से 5 सांसदों का विरोध देख चिराग पासवान अध्यक्ष पद से हटने को तैयार हुए, लेकिन उस पद पर मां को बैठाने का प्लान तैयार कर लिया। इसी प्रस्ताव को लेकर चाचा पशुपति पारस को मनाने उनके आवास पर पहुंच गए, लेकिन उनका दांव काम नहीं आया। बता दें कि 5 सांसदों ने रविवार की शाम दिल्ली में सूरजभान की पत्नी वीणा देवी के आवास पर बैठक कर पशुपति पारस को पार्टी का नया नेता चुन लिया।