एलजेपी में मौजूदा विवाद के बीच चिराग पासवान ने मीडिया के सामने आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और अपनी चुप्पी को तोड़ दी। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी और परिवार को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश की, लेकिन चाचा ने बात तक नहीं की। चिराग ने कहा कि चाचा पशुपति पारस को गलत तरीके से नेता चुना गया है। लोजपा का संविधान कहता है कि अध्यक्ष को ऐसे नहीं हटाया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने जदयू पर भी हमला बोला। कहा जेडीयू बांटने का काम कर रही है। भविष्य में कानूनी लड़ाई लड़नी होगी, तो एलजेपी मजबूती से इस लड़ाई को लड़ेगी। पापा की सोच के साथ एलजेपी मजबूती से आगे बढ़ेगी।
उधर, चिराग समर्थकों ने बुधवार को पशुपति कुमार पारस के सरकारी आवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया है। वहीं, चिराग के सरकारी आवास के बाहर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चिराग ने कहा कि आखिरकार मजबूरी में राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने चाचा पशुपति पारस समेत पांच सांसदों को पार्टी से बाहर करने का फैसला किया और वह भी संवैधानिक तरीके से पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर फैसला लिया गया। पार्टी को मजबूत बनाने के लिए और अनुशासन बनाए रखने के लिए यह फैसला किया गया।