कांग्रेस पक्ष में बदला आजाद का मिजाज ! दिग्विजय सिंह ने दे दिया ये अजब- गजब का ऑफर


दिल्ली । आजाद के कांग्रेस के पक्ष में दिए बयान के बाद दिग्विजय सिंह ने उन्हें गजब का ऑफर दे दिया है. गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के ऐलान के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. हाल ही में दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि उन्होंने कांग्रेस भले छोड़ दी है, फिर भी वह चाहते हैं कि पार्टी गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करे. आजाद के बयान के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने उन्हें कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का ऑफर दे दिया है।
कांग्रेस को क्या कहा था आजाद ने?
गुलाम नबी आजाद ने रविवार को कहा था कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ही भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा था कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को हराने में सक्षम नहीं है।
J&K | AAP is merely a party of UT Delhi. They can't run Punjab efficiently, only Congress can challenge BJP in Gujarat & Himachal Pradesh as they have an inclusive policy: Ghulam Nabi Azad pic.twitter.com/XOMYaFBjIu
— ANI (@ANI) November 6, 2022
दिग्विजय ने क्या दिया है ऑफर
गुलाम नबी आजाद के इस बयान के बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि शुक्रिया भाई जान. लेकिन फिर कांग्रेस छोडऩे की वजह समझ में नहीं आई. जिस कांग्रेस ने आपको क्या नहीं दिया.. आप उसे छोड़कर चले गए. आपने ठीक नहीं किया. उन्होंने गुलाम नबी आजाद को संबोधित करते हुए आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को अच्छा समर्थन मिल रहा है, क्या आप उसमें शामिल होना चाहेंगे?शुक्रिया भाई जान. लेकिन फिर कॉंग्रेस छोडऩे की वज़ह समझ में नहीं आई. जिस कॉंग्रेस ने आपको क्या नहीं दिया आप उसे छोड़ कर चले गए. आपने ठीक नहीं किया।
शुक्रिया भाई जान। लेकिन फिर कॉंग्रेस छोड़ने की वज़ह समझ में नहीं आई। जिस कॉंग्रेस ने आपको क्या नहीं दिया आप उसे छोड़ कर चले गए। आपने ठीक नहीं किया। #BharatJodoYatra को अच्छा समर्थन मिल रहा है, क्या आप उसमें शामिल होना चाहेंगे? https://t.co/5jFl3pWxo1
— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 7, 2022
पार्टी छोडऩे का कारण बताया सिस्टम कमजोर
बता दें कि आजाद ने कांग्रेस के बारे में बात करते हुए कहा था कि भले मैं कांग्रेस से अलग हो गया हूं, लेकिन मैं उनकी धर्मनिरपेक्षता की नीति के खिलाफ नहीं था. उनका पार्टी छोडऩे का कारण पार्टी का सिस्टम कमजोर होना था. गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों में केवल कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी को चुनौती दे सकती है, जबकि ,केवल केंद्र शासित राज्य दिल्ली की पार्टी है।
कांग्रेस से तोड़ लिया था नाता
याद दिला दें कि दशकों पुराने जुड़ाव के बाद आजाद ने इस साल पुरानी पार्टी से नाता तोड़ लिया था. अक्टूबर में, आजाद ने अपने नए राजनीतिक संगठन डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी की घोषणा की थी. आजाद ने अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस पर भी भरोसा जताया और कहा कि यह हिंदू और मुस्लिम किसानों को साथ लेकर चलती है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इन राज्यों में कुछ नहीं कर सकती, वे पंजाब में विफल रहे हैं और पंजाब के लोग उन्हें फिर से वोट नहीं देंगे।
डोडा के दौरे पर आजाद
आजाद डोडा के दौरे पर हैं जहां वे आने वाले दिनों में कई प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात करेंगे और कई रैलियों को संबोधित करेंगे. गुजरात में दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को मतदान होगा. मतों की गिनती आठ दिसंबर को होगी. आजाद ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा पत्र में पिछले लगभग नौ वर्षों में पार्टी को चलाने के तरीके को लेकर पार्टी नेतृत्व, विशेष रूप से राहुल गांधी पर हमला किया था. आजाद ने यह भी दावा किया था कि एक मंडली पार्टी चलाती है जबकि सोनिया गांधी सिर्फ नाममात्र प्रमुख थीं और सभी बड़े फैसले राहुल गांधी या बल्कि उनके सुरक्षा गार्ड और पीए द्वारा लिए गए थे।
