दिल्ली कैपिटल्स से खेलने वाले रविचंद्रन अश्विन ने इस साल बीच सीजन ही टूर्नामेंट छोड़ दिया था। वे बायो-बबल से बाहर निकलकर चेन्नई वापस लौट गए थे। अब टूर्नामेंट सस्पेंड होने के 24 दिन बाद उन्होंने इस फैसले को लेकर बयान दिया है।अश्विन ने कहा कि टूर्नामेंट के दौरान उनके परिवार के ज्यादातर सदस्य कोरोना संक्रमित हो चुके थे। यह सोचकर उन्हें 8-9 दिन से नींद नहीं आई थी। इसलिए उन्होंने स्थिति के मुताबिक फैसला लिया। हालांकि, इसके बाद IPL के बायो-बबल में कुछ खिलाड़ियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद लीग को सस्पेंड कर दिया गया था।
मैं बैगेर सोए मैच खेल रहा था-
अश्विन ने कहा- मेरे परिवार में सभी इस वायरस से संक्रमित थे। मेरे कुछ चचेरे भाइयों की हालत इसकी वजह से गंभीर भी थी। हालांकि, वे बाद में रिकवर कर गए। मैं कई दिनों तक अपने परिवार के बारे में सोचकर नहीं सो पाया था। ऐसे में बिन सोए मैच खेलना मेरे लिए कठिन था। इसलिए मैंने लीग को बीच में ही छोड़ने का फैसला लिया।
जो मेरे लिए उस वक्त सही था मैंने वही किया–
अश्विन ने कहा- जब मैंने IPL छोड़ा, तो मेरे दिमाग में यह भी ख्याल आया कि मैं दोबारा से क्रिकेट खेल पाऊंगा या नहीं? पर फिर भी मैंने वही किया जो सही था। अश्विन ने कहा कि अगर उनके परिवार वाले सही समय पर रिकवर हो जाते, तो वे लीग में वापसी करने की भी सोच रहे थे। जब मैं घर पहुंचा, तो मेरे परिवार वाले रिकवर हो रहे थे। मैंने वापसी का भी सोचा, लेकिन तब IPL सस्पेंड हो गया।