पटना:अब तक लगभग साढ़े चार लाख प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हो चुकी है। लेकिन उनमें से मात्र 8337 के नमूमों की जांच में 651 पॉजिटिव पाए गये हैं। टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ने के साथ संक्रमित मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा होगा। 18 राज्यों से ट्रेनों के कार्यक्रम बनाए गए हैं इससे 8 लाख अतिरिक्त लोग आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि ट्रेनों से आने वाले लोगों को स्टेशन पर से ही बसों के माध्यम से विभिन्न जिलों के मुख्यालयों तक भेजा जा रहा है, जहां से उन्हें प्रखंड क्वारेंटीन सेंटर पर भेजा जा रहा है। इसके लिये 4500 बसों को लगाया गया है।क्वारंटीन सेंटर में रखे जाएं प्रवासी, तभी रुकेगा कोरोना
इधर, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर विमल कारक ने बताया कि प्रवासी सीधे गांव पहुंच जाते तो संक्रमण कितना फैलता, इसका अंदाज लगाना मुश्किल था। संक्रमण रोकने में क्वारंटीन सेंटर काफी कारगर साबित हो रहा है। वे कहते हैं, ‘गुजरात, दिल्ली और महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में प्रवासी आ रहे हैं। गांव में उनके घर में प्रवेश करने से पहले क्वारंटीन सेंटर में समय गुजारने से उनके परिवार और समाज के लोगों में संक्रमण का भय लगभग खत्म हो जाता है।’उल्लेखनीय है कि बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1442 तक पहुंच गई है। 18 मई को जहां राज्य में 116 पॉजिटिव मिले थे, वहीं 17 मई को 148 और 16 मई को 99 लोग पॉजिटिव पाए गए थे।