लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण का मतदान रविवार को समाप्त हो गया. 23 मई को परिणाम घोषित किए जाएंगे. बिहार में कांटे की टक्कर है. मगर चुनाव परिणाम आने से पहले तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव आलोचकों के निशाने पर हैं. एक तरफ जहाँ वोट नहीं डालने के कारण तेजस्वी की आलोचना हो रही है वही दूसरी तरफ तेजप्रताप के बाउंसरों द्वारा मीडियाकर्मियों से मारपीट किए जाए की खबर है.
तेजस्वी यादव को पटना के वेटनरी कॉलेज मतदान केंद्र पर वोट डालना था. मीडियाकर्मी उनका इंतजार करते रहे. तेजस्वी को लेकर दिनभर यही कयास लगते रहे कि वह वोट डालने जरूर आएंगे, लेकिन वह शाम छह बजे तक नहीं पहुंचे. कयास भी लगाए जाते रहे कि तेजस्वी यादव पटना से बाहर हैं. कभी उनके दिल्ली में होने की खबरें सामने आईं तो कभी उनके कोलकाता में होने की खबरें उड़ीं. लेकिन, मतदान खत्म होने तक इसका पता नहीं लग सका कि बिहार में नेता प्रतिपक्ष कहां हैं.
वहीँ तेजप्रताप यादव के सुरक्षाकर्मियों और मीडियाकर्मियों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस मामले पर गंभीरत दिखाते हुए चुनाव आयोग ने इसकी पूरी जांच कर रिपोर्ट मांगी है. तेजप्रताप ने मीडियाकर्मियों पर आरोप लगाया है कि, ‘मेरे ऊपर जानलेवा हमला करने की साजिश थी और मीडिया वालों ने मुझपर हमला किया और इस दौरान मेरी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया. मेरे ड्राइवर की आंख में शीशे का टुकड़ा चला गया है.मैंने एयरपोर्ट थाने में एफआइआर कराई है.’
घायल मीडियाकर्मी का आरोप है कि उनके पैर पर तेजप्रताप के ड्राइवर ने गाड़ी चढ़ाई थी जिसके बाद उन्होंने अपने हाथ से गाड़ी को धक्का मारा था जिससे शीशा टूट गया. इस घटना में एक दैनिक अखबार के फोटोग्राफर को चोटें आई हैं.